गांव में पैसे कैसे कमाए - 🤑 गाँव में रहकर 15 हज़ार रोज़ कमाता है 💰

लगातार कई सालों तक गवर्नमेंट एग्ज़ाम की तैयारी के बाद सिलेक्शन न होने पर जहाँ ज़्यादातर बच्चे टूटकर घर आकर बैठ जाते हैं और उन्हें समझ में नहीं आता कि अब आगे क्या होगा। वहीँ मोहित 4 साल की तैयारी में सिलेक्शन न होने पर घर तो आया मगर अपनी सकारात्मक सोच और एक बेहतरीन आईडिया लेकर घर आया। फॅमिली बैकग्राउंड उसका भी अच्छा नहीं था। जैसे-तैसे ही उसे पढ़ाया जा रहा था। सिलेक्शन न होने उसके घरवाले उसके लिए बहुत निराश थे पर उन्हें कहाँ पता था कि आने वाले कुछ सालों में मोहित इतनी तरक्की करने वाला है। अगर आप भी तरक्की करना चाहते हैं तो इस लेख में मैं आपको गांव में पैसे कैसे कमाए के बारे में ही बताने वाला हूँ।

गांव में पैसे कैसे कमाए

गांव में पैसे कैसे कमाए

इस लेख में मैं आपको गांव में पैसे कैसे कमाए के बारे में डिटेल में बताने वाला हूँ इस लेख को पढ़कर आप भी गाँव में रहकर पैसे कमा सकते हैं।

बिज़नेस आईडिया

मोहित से मिलकर मैं भी बहुत इम्प्रेस हुआ था खासकर उसकी सोच काबिले तारीफ़ थी। और उसका बिज़नेस आईडिया तो ऐसा था जिसमें फेल होने का तो कोई चांस ही नहीं था। मोहित चौथे साल की शुरुआत में ही समझ गया था कि उसका सिलेक्शन नहीं होने वाला है। इसलिए उसने साल भर आधे अधूरे मन से तैयारी की और प्लॉन बी पर काम करने लगा। संयोग से उसी समय गवर्नमेंट की एक पॉलिसी और स्ट्रिक्टनेस की वजह से मार्केट के सभी लोग बहुत ज़्यादा परेशान हो रहे थे। वहीँ से मोहित को एक आईडिया मिला। मोहित ने इस आईडिया पर डिटेल में रिसर्च की और उसने पाया कि वह लोगों की इस प्रॉब्लम पर काम कर सकता है। मोहित ने चौथे साल की कोचिंग की फीस नहीं भरी और अपने खर्चों में भी थोड़ी बहुत कटौती करके जैसे-तैसे 10 से 12 हज़ार रूपए इकट्ठे कर लिए थे। सबसे पहले मोहित ने अपने नाम, मोबाइल नम्बर और एक प्रोडक्ट डीलर के नाम से अपना विज़िटिंग कार्ड छपवा लिया था। अब मोहित गाँव वापस आ गया। और अपने आसपास की ही मार्केट्स को अपना टारगेट बनाया। ध्यान देने वाली बात ये है कि मोहित ने एडवांस में कोई भी प्रॉडक्ट नहीं खरीदा। अगले दिन मोहित ने 50 दुकानों पर विज़िट करने का टारगेट बनाया था इसलिए वह अपनी पास की मार्केट में चला गया। और दुकानों पर विज़िट करना शुरू कर दिया। उसने नमस्ते वगैरा करने के बाद बड़ी ही विनम्रता से उनसे पुछा कि आप ये Non - Woven Carry Bags किस रेट में पाते हैं। अब आप Carry Bags का नाम सुनकर लेख को अधूरा ही छोड़कर मत चले जाइएगा। क्योंकि मोहित ने सिर्फ Carry Bags पर ही काम नहीं किया बल्कि उसने और बहुत सारे प्रॉडक्ट्स पर काम किया। जिसमें उसे अपार सफलता मिली। सबसे अच्छी बात यह थी कि उसकी मार्केटिंग स्ट्रैटेजी बहुत ही अच्छी थी। वह बिना पैसों के ही कोई भी प्रॉडक्ट कम से कम होलसेल पर रेट्स पर पा जाता था और इसी कारण वह अपने प्रॉडक्ट्स दुकानों में सस्ते रेट्स में भी दे पाता था। आगे लेख में हम इसी नायाब बिज़नेस स्ट्रैटेजी के बारे जानने वाले हैं। जिसे इस्तेमाल करके आप अपना कोई भी काम बिना पैसों के ही शुरू सकते हैं।



मोहित ने अपने बिज़नेस की शुरुआत कैसे की?

तो जैसा कि मैंने कहा कि मोहित को दुकानदारों से पूछने पर पता चला कि जो सबसे ज़्यादा रनिंग Non - Woven Carry Bags हैं यानि जिन्हें ज़्यादातर दुकान वाले इस्तेमाल करते थे वो उन्हें 180 से 200 रूपए में मिल जाता था। मोहित ने उन्हें अपना विज़िटिंग कार्ड दिया और बताया कि मैं पास के ही गाँव में रहता हूँ और मैं आपको यही सेम बैग्स 150 रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से दे दूँगा। और कहा कि आप सैंपल के तौर पर आज़माने के लिए ही सही लेकिन 1 से 2 ऑर्डर ज़रूर दें। और इस तरह से उसने पहले दिन 45 दुकानों पर विज़िट किया। उसने सब दुकानदारों से बहुत सरलता से बात की थी और वो अपना माल भी बहुत सस्ते में दे रहा था। और इस तरह से उसे पहले ही दिन में 32 दुकानों से ऑर्डर मिल चुके थे।

आखिर मोहित इतने सस्ते रेट में Carry Bags कैसे दे रहा था?

इसके लिए उसने बहुत ज़्यादा डीप रिसर्च की थी। उसके आसपास इन Carry Bags की कोई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी नहीं थी उसने इसी बात का फायदा उठाते हुए इंडियामार्ट जैसे वेबसाइटस पर Non - Woven Carry Bags की अलग-अलग वैरायटीज़ जैसे W-Cut, U-Cut, D-Cut बैग्स के रेट्स निकाले। और उसने देखा कि जो Carry Bags दुकान वाले 180 से 200 रूपए में ले रहे थे वे Carry Bags उसे सिर्फ 100 या उससे कम रूपए में ही मिल सकते हैं। ये देखकर उसने तुरंत ही वेबसाइट पर अपना नंबर शेयर कर दिया। और कई सारे सप्लायर्स से कॉल बैक की रिक्वेस्ट मँगवाई और उनसे बात की। ऐसा करने से उसे जितना रेट वेबसाइट पर दिख रहा था उससे भी कम रेट में बात बन गई। उसने एक सप्लायर को फिक्स किया और कहा कि मैं आर्डर निकालने के बाद आपको ऑर्डर दूँगा। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि आप चाहें कोई दुकान खोलना चाहते हों या फिर किसी प्रॉडक्ट की सप्लाई करना चाहते हों यहाँ पर हर तरह के प्रॉडक्ट सप्लायर्स आपको बड़ी ही आसानी से मिल जाएँगे। आप उनसे नेगोशिएट करके सबसे अच्छे दाम पर अपना माल मँगवा सकते हैं।

मोहित के द्वारा 32 दुकानों से निकाले गए ऑर्डर कुछ इस तरह से थे

10 दुकानों से 1Kg बैग्स का ऑर्डर यानि कुल मिलाकर 10Kg, 12 दुकानों से उसे 2Kg बैग्स के ऑर्डर्स मिले थे यानि 24Kg और 10 दुकानों से उसे 5Kg बैग्स के ऑर्डर्स मिले थे यानि 50Kg. यानि उसने पहले ही दिन 84 किलो बैग्स के ऑर्डर्स निकाल लिए थे। जिसके लिए उसकी लागत लगभग 8,500 रूपए थी। और उसके बदले में उसे 12,600 रूपए मिलने वाले थे। इस तरह से मोहित ने पहले ही दिन 4,000 रूपए कमा लिए।

मोहित ने आगे का काम कैसे किया?

मोहित ने पे ऑन डिलीवरी सिस्टम पर सप्लायर्स से अपने बैग्स मँगवा लिए। और जैसे ही 2 दिन में उसके पास बैग्स आए तो वह तुरंत ही सप्लाई करने के लिए घर से निकल गया। उसने सभी दुकानों पर ऑर्डर्स डिलीवर कर दिए और इसी के साथ उसने कुछ नई दुकानों से भी ऑर्डर ले लिए। ज़्यादातर दुकानदार प्लेन Carry Bags ही इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन कुछ दुकानदार प्रिंटिड बैग्स की डिमांड भी करते थे। सप्लायर्स प्रिंट के हिसाब से थोड़ा सा रेट बढ़ाकर प्रिंटिड बैग्स भी दे रहे थे। इसलिए मोहित हर तरह के ऑर्डर ले पा रहा था। मोहित को आसपास के सभी दुकानदार जानने लगे थे। क्योंकि मोहित सभी दुकानदारों को उनकी ज़रुरत के हिसाब से बहुत ही सस्ते रेट में बैग्स दे रहा था।

मोहित की तरक्की

मोहित पूरी मार्केट में छा सा गया था और उसका काम भी ही अच्छी तरह से चलने लगा। उसने इसी तरह से कुछ और प्रॉडक्ट्स की भी सप्लाई करनी शुरू कर दी। आज मोहित को यह काम करते हुए 5 साल हो चुके हैं और आज आलम ये हैं कि मोहित गाँव में रहकर भी 15 से 20 हज़ार रूपए हर रोज़ कमा रहा है। मोहित ने अभी हाल ही अपना घर भी बनवाया है जिसका काम भी पूरा होने वाला है पूछने पर मोहित ने बताया कि उसके घर की लागत लगभग 3 करोड़ रूपए के आसपास की है।

निष्कर्ष

मैंने इस लेख में आपको गांव में पैसे कैसे कमाए के बारे में बहुत ही डिटेल में जानकारी दी है जिसे पढ़कर आप भी गाँव में रहकर पैसे कमा पाएँगे। मैंने इस लेख में मोहित नामक एक लड़का जो गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहा था उसकी कहानी को प्रदर्शित किया है कि कैसे उसने गवर्नमेंट जॉब न मिलने पर एक सफल बिज़नेस की शुरुआत की और बहुत ज़्यादा तरक्की की। आज के समय में वह 3 करोड़ के घर का मालिक भी बनने वाला है। दोस्तों सच में मोहित की बिज़नेस स्ट्रेटेजी बहुत ही शानदार है अगर आप भी अपना कोई काम करने के बारे में सोच रहे हैं तो इस पर विचार ज़रूर कीजिएगा। शुभकामनाओं के साथ मिलते हैं अगले लेख में धन्यवाद।

FAQ

Ques 1- मोहित ने कौन-कौन से प्रोडक्ट्स पर अपना बिज़नेस शुरू किया था?

Ans- Non-Woven Carry Bags के साथ-साथ और भी कई प्रॉडक्ट्स पर।

Ques 2- मोहित ने पहले दिन कितने दुकानों से ऑर्डर निकाले थे?

Ans- 32 दुकानों से।

Ques 3- मोहित ने सस्ते रेट में Carry Bags कैसे दे रहा था?

Ans- इसके लिए मोहित ने इंटरनेट पर डीप रिसर्च की थी इसी कारण वह सस्ते रेट्स में बैग्स दे पा रहा था।

Ques 4- मोहित की तरक्की के बाद उसकी आमदनी क्या हो गई थी?

Ans- मोहित 15 से 20 हज़ार रूपए हर रोज़ कमाने लगा था।

Ques 5- मोहित ने किस तरह से अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाया?

Ans- मोहित ने दुकानदारों की ज़रुरत के हिसाब से उन्हें सस्ते रेट्स में बैग्स उपलब्ध कराए जिससे वह पूरी मार्केट में छा गया था इसी बात का फायदा उठाते हुए मोहित ने दुसरे प्रॉडक्ट्स पर भी काम करना शुरू कर दिया जिससे उसका बिज़नेस आगे बढ़ने लगा।

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