Apna business kaise shuru kare - 20 की उम्र में 20 हज़ार से बनाया 4 करोड़ 🤑🤑

जैसे-तैसे 20 हज़ार रूपए इकट्ठे करके रवि ने भी एक दुकान ही खोली थी। जैसे सभी खोलते हैं लेकिन उसने ऐसा दिमाग लगाया था कि यदि कोई कस्टमर उसके पास एक बार आता तो वह कहीं और जा ही नहीं सकता था। इसी कारण रवि ने अपार सफलता पाई। और केवल 2 ही सालों में उसने अपनी दुकान को एक बड़े से शोरूम में बदल दिया। तो आइए जानते हैं कि आखिर Apna business kaise shuru kare .

Apna business kaise shuru kare

Apna business kaise shuru kare

आज हम इस लेख में आपको Apna business kaise shuru kare इस बारे में बताने वाले हैं। हमारे बताए गए तरीके से बिज़नेस करने पर आप भी अपार सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

15 साल की ही उम्र में रवि के सिर से पिता का साया उठ गया था। उनके जाने के बाद उनके घर की हालत बहुत खराब हो चुकी थी। जैसे-तैसे करके माँ ही घर चला रही थी। 18 साल की ही उम्र में रवि ने पास की ही मार्केट में एक कपड़े की दुकान में काम करना शुरू कर दिया था। तभी से वह अपनी माँ से अपना काम शुरू करने की ज़िद करता रहता था। लेकिन माँ उसे रोकती रहती थी। आखिरकार 2 साल बाद रवि ने माँ के मना करने के बाद भी अपनी दुकान खोल ली। रवि ने उसी मार्केट में एक दिन किराए पर ले ली थी। और माल खरीदने के लिए 20 हज़ार रूपए भी इकट्ठे कर लिए थे। माल कहाँ से लेना है उसे इस बात का ज़रा भी अंदाजा नहीं था। गूगल पर सर्च करते हुए वह इंडियामार्ट की वेबसाइट पर गया था जहाँ पर उसने बहुत सारे होलसेल जीन्स सप्लायर्स के साथ अपना नंबर शेयर कर दिया था। उसके बाद से रवि को बहुत सारे सप्लायर्स के फ़ोन आने लगे। सभी सप्लायर्स ने रवि को अपने रेट्स और वैराइटीज़ का कैटलॉग वाहट्सएप्प पर भेज दिया था। कई सप्लायर्स के होने की वजह से रवि ने अच्छी बार्गेनिंग कर ली थी। सिर्फ 20 हज़ार रूपए एडवांस देने पर ही सप्लायर्स 40 हज़ार रूपए का माल देने के लिए तैयार हो गए थे। रवि ने अपनी छोटी मार्केट के हिसाब से सिर्फ 4 वैराइटी के जीन्स ही ऑर्डर किए थे। रवि ने सबका प्राइस और डिस्काउंट फिक्स कर दिया था। और सबसे ख़ास बात यह थी कि रवि ने एक कूपन डिस्काउंट सिस्टम भी लागू किया था। जिस पर हम आगे बात करने वाले हैं। कुल मिलाकर कहें तो रवि अच्छी जीन्स मार्केट के हिसाब से सस्ते में देता था और साथ ही साथ अलग से कूपन भी देता था। फिलहाल रवि ने कुछ इस तरह से 4 वैराइटीज़ के जीन्स मँगवाए थे जिनका एमआरपी 799 था और इस पर 40% डिस्काउंट देने के बाद वह उसे 480 रूपए में बेचता था। और वह जीन्स उसे 200 रूपए में मिल जाती थी यानि इस तरह से एक जीन्स पर वह 280 रूपए कमाता था। इसी तरह से आप बाकी कैलकुलेशंस भी समझ सकते हैं। 


रवि ने 40% का डिस्काउंट फिक्स कर दिया था जिस वजह से लोगों का समय बचता था और बिना बार्गेनिंग किए ही लोगों को अच्छी डील्स भी मिल जाती थी। इससे रवि का भी समय बचता था इसी कारण से वह अपनी दुकान अकेले ही चला पा रहा था।


तो आइए जान लेते हैं कि आखिर रवि का कूपन डिस्काउंट सिस्टम क्या था?

एमआरपी पर 40% का डिस्काउंट देने के बाद भी रवि 1,000 रूपए की खरीदारी करने पर 200, 2,000 रूपए की खरीदारी करने पर 500 और 5,000 रूपए की खरीदारी करने पर 1,500 रूपए का कूपन अलग से देता था। जिसे अगली बार एक महीने के अंदर कभी-भी आने पर 50% की वैल्यू के साथ इस्तेमाल किया जा सकता था। यानि 40% का फिक्स डिस्काउंट देने के बाद भी रवि 20 से 30% तक का कूपन डिस्काउंट भी दे देता था। और इस तरह कस्टमर का फाइनल डिस्काउंट 60 से 70% तक पहुँच जाता था। उदाहरण के लिए अगर किसी कस्टमर ने 2,200 रूपए की खरीदारी की है तो उसको 500 रूपए का अलग से कूपन दे दिया जाता था। अगली बार उसी कस्टमर के आने पर अगर वह एक हज़ार रूपए की खरीदारी करता है तो उसे अपने पास से सिर्फ 500 रूपए ही देने होंगे और बाकी के 500 रूपए वह अपने कूपन से दे सकता है। और अगर कस्टमर ने अगली बार आने पर सिर्फ 600 रूपए की ही खरीदारी की है तो उसका 50% यानि 300 रूपए उसके कूपन से काट लिए जाएँगे। और उसके कूपन के बचे हुए जो 200 रूपए हैं वो एक महीने के अंदर कभी-भी वह कस्टमर इस्तेमाल कर सकता है। ऐसे ही कूपन हर बार दिया जाता है। यानि कि वह कस्टमर अगर दूसरी बार आया है तो कूपन वैल्यू को छोड़ कर जो पैसे उसने दिए हैं जैसे अगर उसने एक हज़ार रूपए से ऊपर की खरीदारी की है तो उस पर भी उसे कूपन मिलेगा। एक तो रवि ने पहले से ही बहुत अच्छे रेट्स रखे थे और ऊपर से वह कूपन डिस्काउंट देकर कस्टमर्स को दोबारा आने पर मजबूर कर देता था। फिक्स रेट की वजह से ग्राहकों का समय भी बचता था। एक तरह से हम कह सकते हैं कि रवि के यह सारे तरीके लोगों को बहुत ज़्यादा पसंद आए थे। लोगों को यह तरीका इतना पसंद आया था कि और लोगों के यहाँ जीन्स बिकनी लगभग बंद ही हो गई थी। 40% का फिक्स डिस्काउंट और औसत रूप से अगर कूपन का 25% डिस्काउंट जोड़ लिया जाए यानि कुल 65% का डिस्काउंट देने के बाद भी रवि को अपनी लागत पर 30 से 40% का मुनाफा हो जाता था। वह अगर चाहता था तो 60 से 70% का मुनाफा भी कमा सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं क्योंकि वह सेल को ज़्यादा अहमियत देता था वह ज़्यादा कस्टमर बनाकर और थोड़े-थोड़े करके ज़्यादा पैसे कमाना चाहता था। और इसी कारण थोड़े ही समय में रवि का बिज़नेस बहुत ज़्यादा आगे बढ़ने लगा। उसे अंदाजा हो गया था कि उसे सिर्फ जीन्स तक ही सिमित नहीं रहना है। अगले 6 में महीने में ही रवि ने शर्ट और टी-शर्ट का सेम प्लानिंग के साथ काम शुरू कर दिया था। और उसमें उसे अपार सफलता मिली। आज उसे यह बिज़नेस करते हुए 4 साल हो चुके हैं और अब तो उसने कपड़ों का एक बड़ा सा शोरूम भी बना दिया है। जिसमें हर तरह के कपड़े मिल जाते हैं। पूछने पर रवि ने बताया कि उसकी आज की नेट वर्थ 4 करोड़ की हो चुकी है। और उसने इसी कॉन्सेप्ट पर अपना एक मॉल खोलने के बारे में भी सोच लिया है। रवि ने यह बिज़नेस आईडिया अपनी जीन्स की दुकान पर लागू किया था। आप भी अपने किसी भी बिज़नेस या दुकान पर इस आईडिया को लागू करके आप अपने बिज़नेस को बहुत तेज़ी से आगे बढ़ा सकते हैं। कूपन सिस्टम के लागू हो जाने से कस्टमर्स आपसे बहुत ज़्यादा खुश रहेंगे और बार-बार आपकी दुकान पर आते रहेंगे।

निष्कर्ष

इस लेख में हमने आपको Apna business kaise shuru kare के बारे में बताया है। इस लेख से हमें यह सीखने को मिलता है कि अपना बिज़नेस शुरू करना कोई मुश्किल काम नहीं है बल्कि सही सोच और अच्छे आईडिया के साथ सफलता की ऊँचाइयों को छुआ जा सकता है। रवि से हमें यह भी सीखने को मिलता है कि हर मुश्किल से निपटने के लिए उम्मीद और संघर्ष बहुत ज़रूरी होता है। अपने कस्टमरस को नए और अनोखे तरीके से सेवाएँ देने से वह आपके प्रति आकर्षित होंगे और इससे आपका बिज़नेस तेज़ी से आगे बढ़ेगा। इसलिए सही सोच और कोशिश के साथ कोई भी इंसान अपना बिज़नेस शुरू करके सफलता प्राप्त कर सकता है।

यह बहुत ही अच्छा बिज़नेस आईडिया है अगर आपको पसंद आया है तो आप इस बारे में ज़रूर सोचिएगा। शुभकामनाओं के साथ मिलते हैं अगले लेख में।

धन्यवाद।

FAQ

Ques 1- प्रदत्त लेख में, रवि का उद्यम क्या था?

Ans - रवि ने अपनी जीन्स की दुकान खोली थी।

Ques 2- रवि का बिज़नेस कैसे अच्छी सफलता प्राप्त की?

Ans - रवि ने अपने कस्टमर्स को 40% का फिक्स डिस्काउंट देने के बाद भी कूपन डिस्काउंट सिस्टम के माध्यम से औसतन 25% का डिस्काउंट और दिया जिससे कस्टमर्स इनकी तरफ आकर्षित होने लगे। इसी कारण रवि के बिज़नेस ने अच्छी सफलता प्राप्त की।

Ques 3- रवि किस विशेष उपाय को अपनाते थे अपने बिज़नेस में?

Ans- रवि अपनी जीन्स पर 40% का डिस्काउंट देने के बाद भी कस्टमर्स को औसतन 25% का कूपन डिस्काउंट भी देता था।

Ques 4- रवि के बिज़नेस के सफलता का सबसे बड़ा कारण क्या था?

Ans- रवि ने अपने सामान का सही रेट रखा और कस्टमर्स को आकर्षित करने के लिए उन्हें अच्छे खासे ऑफरस भी दिए।

Ques 5- रवि के बिज़नेस आईडिया से क्या सीखने को मिलता है?

Ans- हमें रवि के बिज़नेस से यह सीखने को मिलता है कि सही सोच और और प्रयास के साथ कोई भी इंसान अपना बिज़नेस शुरू करके सफलता को प्राप्त कर सकता है।

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