zero investment business from home
आज भी हमारे देश में सभी लोग कार अफोर्ड नहीं कर पाते लेकिन बाइक्स सभी के पास होती है। यहाँ तक कि जिन लोगों के पास कार भी होती है उन लोगों के पास भी बाइक तो होती ही है। पिछले कुछ ही सालों में बाइक के दाम बहुत ही तेज़ी से बढ़े हैं। जैसे कि जो बाइक 50 हज़ार रूपए के आसपास में ही मिल जाती थी आज वही बाइक 1 लाख रूपए तक पहुँच गई है। इस वजह से जिन लोगों का बजट कम होता है। उन लोगों के लिए बाइक अफोर्ड कर पाना भी मुश्किल होता जा रहा है और पुरानी बाइक भी उन्हें अपने बजट के अनुसार सही कंडीशन में ढूँढने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। इससे भी ज़्यादा समस्या उन लोगों को होती है जिनके पास अच्छा बजट है और जिन लोगों को अपनी पुरानी बाइक बेचकर नयी खरीदनी है। जिन लोगों को पुरानी बाइक खरीदनी है वे तो फिर भी घूम-घूमकर या लोगों से पूछकर पुरानी बाइक खरीद लेते हैं। लेकिन जिन लोगों को बाइक बेचनी है वो कैसे लोगों से घूम-घूमकर ये बात कहेंगे। उन्हें सबसे ज़्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है। Olx जैसी साइट्स पर बाइक खरीदी व बेची तो जा सकती हैं। लेकिन आमतौर पर वहाँ उन्हें अच्छे दाम नहीं मिल पात हैं। यानि कि समस्याएँ दोनों तरफ है। पुरानी बाइक खरीदने वालों की तरफ भी और बाइक बेचने वालों की तरफ भी। इसलिए यहाँ पर अपार सम्भावनाएँ और बेहतर कमाई वाले zero investment business from home का स्कोप खड़ा हो जाता है।
क्या आप जानते हैं पुरानी बाइक्स की मार्केट नई बाइक्स की मार्केट से कई गुना ज़्यादा है। क्योंकि जो भी इंसान नई बाइक लेता है अक्सर वह उस बाइक के पुराने हो जाने पर उसे बेच भी देता है। और जितनी बाइक एक साल में बनती हैं उतनी मात्रा में बाइक डैड नहीं हो पाती है। यानि कि नई बाइक्स भी मार्केट में आती है और पुरानी बाइक्स भी मार्केट में रह जाती है। और यही काऱण है कि पुरानी बाइक्स की मार्केट नई बाइक्स की मार्केट से गुना ज़्यदा है।
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अगर हम पुरानी बाइक्स के शोरूम की बात करें तो कुछ गिने-चुने शहरों को छोड़कर और कहीं भी इस तरह के शोरूम देखने को नहीं मिलते हैं। आप गाँव में रहते हों या शहर में सब लोगों के पास बाइक्स तो हैं ही यानि बाइक्स का चलन बहुत ज़्यादा है। तो आप मुझे कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताइएगा कि आपके यहाँ कोई ऐसा काम करता है जो पुरानी बाइक्स को खरीदकर बेचता हो या फिर कोई ऐसा शोरूम है आपके इलाके में। मुझे पूरा यकीन है कि आपका जवाब ना ही होगा। क्योंकि इस बिज़नेस में कोई कम्पटीशन नहीं है और न ही इसमें आपका एक रुपया भी लगने वाला है इसलिए आप इस बिज़नेस अभी शुरू करके काफी अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। जैसा कि मैंने पहले ही कहा इस बिज़नेस में आपको एक डायरी और पैन की ज़रुरत पड़ेगी लेकिन इसके अलावा अगर आपके पास 300 या 400 रूपए हैं तो आप विज़िटिंग कार्ड भी छपवा सकते हैं। 200,300 या 400 रूपए में ही 500 या 1000 विज़िटिंग कार्ड चाप जाएँगे। लेकिन अगर आप अफोर्ड नहीं सकते हैं तो कोई ज़रूरी नहीं है कि आपको विज़िटिंग कार्ड छपवाने ही हैं। आप अपना कांटेक्ट नंबर लोगों के साथ कागज़ पर भी शेयर कर सकते हैं।
2. कई बार कुछ लोग मजबूरी में या बहुत जल्दी बेचने के चक्कर में अपनी बाइक बहुत सस्ते में ही बेच दी हैं। तो जब आपकी कमाई बढ़ने लगे तो आप ऐसी बाइक्स को खरीदकर अपने पास रख लें। और फिर बाद में आप इन बाइक्स को अपने मनचाहे दाम पर भी बेच सकते हैं।
3. कई बार कुछ लोग EMI पर गाड़ियाँ खरीद लेते हैं और फिर वे बाद में EMI नहीं भर पाते। तो ऐसे में बैंक द्वारा उनकी गाड़ियाँ ज़ब्त कर ली जाती हैं। और उनकी नीलामी भी बहुत ही काम दामों पर कर दी जाती है। तो आप इस तरह की गाड़ीयों को भी खरीद लें। बाद में आप इन गाड़ियों को मनचाहे दामों पर बेचकर अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। ऐसी नीलामियों में शामिल होने के लिए आप शोरूम वालों और लॉन प्रोवाइड करने वाले फाइनैंसर जो EMI पर गाड़यों के लिए लॉन प्रोवाइड करते हैं उनसे कांटेक्ट में रहें।
4. अगर आपके बजट है तो आप शुरू में ही 5 से 10 इसी तरह की बाइक्स को खरीदकर अपना एक शोरूम भी खोल सकते हैं। इससे आपका बिज़नेस बहुत तेज़ी से आगे बढ़ेगा और आप फेमस भी बहुत ही जल्दी हो जाओगे। और अगर आपके पास बजट नहीं है तो जिस तरह से मैंने जीरो इन्वेस्टमेंट से यह बिज़नेस बताया है आप उस तरह से भी शुरू कर सकते हैं। और जैसे ही आपके पास बजट आ जाए आपको इस तरह शोरूम ज़रूर खोलना है इससे आपका एक ब्रांड बनने लगा और आप बड़ी ही तेज़ी से फेमस हो जाओगे। और आपका प्रॉफिट भी बहुत ज़बरदस्त होगा। शोरूम खोलने का एक फायदा यह भी रहता है कि लोग आप पर भरोसा करने लगते हैं। और कई बार तो ग्राहक ये कहकर अपनी बाइक आपके पास छोड़ जाएँगे कि इसे बेचकर आप इसके पैसे मुझे दे देना।
जब भी आप कोई बाइक शोरूम के लिए या फिर अपने कस्टमर को दिलवा रहे हों तो कुछ चीज़ों को ऑनलाइन वेरीफाई करना बहुत ज़रूरी है। जैसे:- बाइक की RC पर नाम क्या है, एड्रेस क्या है और उसकी वैलिडिटी कितनी है। सैलर ने जो भी RC आपको दी है वह ऑनलाइन मैच कर रही है या नहीं और इसी के साथ-साथ आप इंश्योरेंस की वैलिडिटी भी चैक कर सकते हैं। इससे आपके साथ फ्रॉड होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी। क्योंकि कुछ लोग चोरी की या डुब्लिकेट RC वाली बाइक भी बेच देते हैं। इसी के साथ आपको यह भी चैक करना है कि जो भी बाइक आप खरीदने वाले हैं उस बाइक पर कोई चालान तो पेंडिंग नहीं है। इस तरह की जानकारी आपको ऑनलाइन बड़ी ही आसानी से मिल जाती है। अगर आपको ये सब चेक करना नहीं आता है तो ये यूट्यूब से भी सीख सकते हैं कि कैसे RC की वैलिडिटी, कोई चालान पेंडिंग है या नहीं इत्यादि चीज़ें आप अपने स्मार्टफोन से ही चेक करनी सीख सकते हैं।
तो ये था आज का हमारा बिलकुल अलग तरह का बिज़नेस आईडिया जिसे आप बिना किसी पैसों के ही शुरू करके बहुत अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। उम्मीद है आपको यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। मिलते हैं अगले लेख में एक शानदार बिज़नेस आईडिया के साथ। तब तक के लिए नमस्कार।
आपको क्या करना है?
आपको सबसे पहले अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे कि इंस्टाग्राम, व्हाट्सअप्प, फेसबुक या जो भी आप इस्तेमाल करते है वहाँ पर आपको पोस्ट्स डालने हैं और स्टेटस लगाना है साथ ही साथ लोगों को बताना है कि मैंने ओल्ड बाइक रेसलिंग का काम शुरू किया है। जिस किसी को भी ज़रुरत हो वह हमारे नंबर पर कांटेक्ट ज़रूर करे। इसके अलावा आप अपने जानने वाले लोगों से मिलकर उनको अपने काम के बारे में बताएँ अगर हो सके तो अपना विज़िटिंग कार्ड उन्हें दें और अगर विज़िटिंग कार्ड नहीं भी है तो उन्हें अपना नंबर ज़रूर दें और साथ ही साथ उनसे यह भी कहें कि वे अपने मोबाइल फ़ोन में आपका नंबर ज़रूर सेव करें और पुरानी बाइक बेचने या खरीदने की ज़रुरत हो तो आप हमसे कांटेक्ट ज़रूर करें। जब भी किसी को अपनी बाइक बेचनी हो तो आप उनके पास जाएँ या फिर वो आपके पास आएँ तो आपको अपनी डायरी में उसकी डिटेल्स को नोट करना है। आपको अपनी डायरी के पेजिज़ पर कच कॉलम्स बना लेने हैं। आपको पहले कॉलम में सीरियल नंबर लिखने हैं जैसे:- 1,2,3,4 और इस तरह से आप अपने कस्टमर्स ऐड करते चले जाएँ। और दुसर कॉलम में आपको नाम लिखने हैं जैसे :- सुरेश, महेश, रमेश या जो भी नाम है उनका। तीसरे कॉलम में आपको यूनिक कोड लिखने हैं यानि हर बाइक खरीदने और बेचने वाले के लिए आपको एक यूनिक कोड देना है। इसे आप एक हज़ार एक से शुरू कर सकते हैं जैसे:- 1001,1002, 1003 इस तरह से आप देते चले जाएँ। इस यूनिक कोड का क्या करना है ये मैं आगे लेख में बताने वाला हूँ। इसके बाद आपको गाड़ी का मॉडल ईयर, मॉडल नेम, इंश्योरेंस वैलिडिटी और आरसी वैलिडिटी के कॉलमस बनाने हैं। इसके अलावा आपको इस डायरी में और कुछ भी नहीं लिखना है। इसके अलावा आपको एक दूसरा रजिस्टर भी बनाना है जिसमें आपको सैलर और बायर का कांटेक्ट नंबर, उनका एड्रेस, उनका एक्सपेक्टेड प्राइस और भी सारी चीज़ें आपको एक पेज पर सिर्फ एक सैलर की एक गाड़ी की डिटेल्स लिखनी है। और जो यूनिक कोड मैंने बताया था वो आपको उस पेज की टॉप हैडिंग पर डालना है। इस यूनिक कोड की मदद से अगर आपको किसी भी सैलर की गाड़ी की डिटेल्स देखनी होगी तो आप बड़ी ही आसानी से उस पेज पर पहुँच जाएँगे ये सारी डिटेल्स आपको कस्टमर्स को कभी नहीं दिखानी है। अगर आप कस्टमर्स को यह रजिस्टर दिखा देते हैं या फिर किसी तरह से कस्टमर्स को यह डिटेल मिल जाती है तो वह डायरेक्ट सैलर से ही कांटेक्ट कर लेगा और ऐसे में आपका बीच का काम ही ख़तम हो जाएगा। इसलिए आपको कभी भी सैलर्स की पर्सनल डिटेल्स अपने कस्टमर्स यानि खरीदने वाले व्यक्ति को नहीं दिखानी है। एक छोटा और बेहद ज़रूरी काम आपको ये भी करना है कि आप अपने रजिस्टर पर जिस सैलर की बाइक की डिटेल्स लिख रहे हैं आपको उस बाइक 4-5 फोटोज़ अपने फ़ोन में खींच लेनी हैं। और उन फोटोज़ को उसी यूनिक कोड का जैसे मान लीजिए अगर किसी बाइक का यूनिक कोड 1001 है तो अगर आप 5 फोटोज़ खींचते हैं तो आपको 1001-1, 1001-2 इस तरह से आप 5 तक का नाम देकर फोटोज़ को सेव कर सकते हैं। इससे यह फायदा होगा कि जब आप किसी कस्टमर को किसी बाइक के मॉडल के बारे में बताते हैं और अगर ऐसे में उसे वह बाइक पसंद आती है तो जब आप अपने फ़ोन में 1001 लिखकर सर्च करेंगे तो वह 5 फोटोज़ आपके सामने खुल जाएँगी जिसे आप अपने कस्टमर्स को दिखा सकते हैं। इस तरह से कस्टमर उन फोटोज़ को देखकर बाइक की कंडीशन को भी समझ सकता है। यानि यूनिक कोड की मदद से आपको फोटोज़ ढूँढने में भी बड़ी आसानी होगी।कमाई कैसे होगी?
आपके द्वारा जिसकी भी बाइक बिकने वाली है या जो भी व्यक्ति आपके द्वारा बाइक खरीदने वाला है आपको उन दोनों को ही ये बताना है कि जब भी आपकी बाइक बिकेगी या फिर अगर आपको कोई बाइक पसंद आती है तो उसके रेट के हिसाब से आपको मुझे 3 से 4% का कमीशन देना होगा। आप ये कमीशन अपने हिसाब से रख सकते हैं। या फिर आप फिक्स्ड प्राइस भी रख सकते हैं जैसे:- अगर 30 हज़ार तक की किसी की बाइक बिकती है तो आप उसमें एक हज़ार रूपए तक का कमीशन ले सकते हैं, अगर 30 हज़ार से 70 हज़ार तक की किसी की बाइक बिकती है तो आप 2 हज़ार रूपए तक कमीशन ले सकते हैं। और ये कमीशन आपको सिर्फ एक तरफ से नहीं बल्कि दोनों तरफ से उनको बोलकर लेना है। और इस तरह से आप एक बाइक के बिक जाने पर आप लीगली 2 से 3 हज़ार रूपए से लेकर 5,7 या 10 हज़ार रूपए तक की कमाई कर सकते हैं।कमाई के दुसरे तरीके?
1. अगर किसी सैलर ने अपनी बाइक का आखिरी प्राइस 30 हज़ार रूपए रखा है यानि वह 30 हज़ार रूपए में अपनी बाइक दे देगा। और अगर उसी बाइक को आप 35 हज़ार रूपए में बेच देते हैं तो इस तरह से 5 हज़ार रूपए का आपका सीधा प्रॉफिट हो जाएगा। और दोनों तरफ से आपका कमीशन भी बनेगा।2. कई बार कुछ लोग मजबूरी में या बहुत जल्दी बेचने के चक्कर में अपनी बाइक बहुत सस्ते में ही बेच दी हैं। तो जब आपकी कमाई बढ़ने लगे तो आप ऐसी बाइक्स को खरीदकर अपने पास रख लें। और फिर बाद में आप इन बाइक्स को अपने मनचाहे दाम पर भी बेच सकते हैं।
3. कई बार कुछ लोग EMI पर गाड़ियाँ खरीद लेते हैं और फिर वे बाद में EMI नहीं भर पाते। तो ऐसे में बैंक द्वारा उनकी गाड़ियाँ ज़ब्त कर ली जाती हैं। और उनकी नीलामी भी बहुत ही काम दामों पर कर दी जाती है। तो आप इस तरह की गाड़ीयों को भी खरीद लें। बाद में आप इन गाड़ियों को मनचाहे दामों पर बेचकर अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। ऐसी नीलामियों में शामिल होने के लिए आप शोरूम वालों और लॉन प्रोवाइड करने वाले फाइनैंसर जो EMI पर गाड़यों के लिए लॉन प्रोवाइड करते हैं उनसे कांटेक्ट में रहें।
4. अगर आपके बजट है तो आप शुरू में ही 5 से 10 इसी तरह की बाइक्स को खरीदकर अपना एक शोरूम भी खोल सकते हैं। इससे आपका बिज़नेस बहुत तेज़ी से आगे बढ़ेगा और आप फेमस भी बहुत ही जल्दी हो जाओगे। और अगर आपके पास बजट नहीं है तो जिस तरह से मैंने जीरो इन्वेस्टमेंट से यह बिज़नेस बताया है आप उस तरह से भी शुरू कर सकते हैं। और जैसे ही आपके पास बजट आ जाए आपको इस तरह शोरूम ज़रूर खोलना है इससे आपका एक ब्रांड बनने लगा और आप बड़ी ही तेज़ी से फेमस हो जाओगे। और आपका प्रॉफिट भी बहुत ज़बरदस्त होगा। शोरूम खोलने का एक फायदा यह भी रहता है कि लोग आप पर भरोसा करने लगते हैं। और कई बार तो ग्राहक ये कहकर अपनी बाइक आपके पास छोड़ जाएँगे कि इसे बेचकर आप इसके पैसे मुझे दे देना।
जब भी आप कोई बाइक शोरूम के लिए या फिर अपने कस्टमर को दिलवा रहे हों तो कुछ चीज़ों को ऑनलाइन वेरीफाई करना बहुत ज़रूरी है। जैसे:- बाइक की RC पर नाम क्या है, एड्रेस क्या है और उसकी वैलिडिटी कितनी है। सैलर ने जो भी RC आपको दी है वह ऑनलाइन मैच कर रही है या नहीं और इसी के साथ-साथ आप इंश्योरेंस की वैलिडिटी भी चैक कर सकते हैं। इससे आपके साथ फ्रॉड होने की संभावना बहुत कम हो जाएगी। क्योंकि कुछ लोग चोरी की या डुब्लिकेट RC वाली बाइक भी बेच देते हैं। इसी के साथ आपको यह भी चैक करना है कि जो भी बाइक आप खरीदने वाले हैं उस बाइक पर कोई चालान तो पेंडिंग नहीं है। इस तरह की जानकारी आपको ऑनलाइन बड़ी ही आसानी से मिल जाती है। अगर आपको ये सब चेक करना नहीं आता है तो ये यूट्यूब से भी सीख सकते हैं कि कैसे RC की वैलिडिटी, कोई चालान पेंडिंग है या नहीं इत्यादि चीज़ें आप अपने स्मार्टफोन से ही चेक करनी सीख सकते हैं।
बोनस टिप
जब भी आप अपना पुरानी बाइक्स का शोरूम ओपन करें तो एक मकैनिक को भी ज़रूर ज़रूर हायर करें। इससे फायदा यह होगा कि जब भी आप किसी बाइक को खरीदने जाएँगे तो वहाँ पर आप अपने मकैनिक की मदद ले सकते हैं। वह बाइक की कमियों और उसकी कंडीशन के हिसाब से आपसे ज़्यादा बेहतर तरीके से प्राइस को तय कर सकता है। इस तरह से आपके नुक्सान होने का रिस्क बहुत ही कम हो जाएगा। अगर पुरानी बाइक में कोई कमी है तो आप उसे रिपेयर करवाकर भी बेच सकते हैं इससे भी आप बहुत अच्छी कमाई कर सकते हैं। आप अपने शोरूम से बिकी हुई बाइक पर 2 महीने की वारंटी भी दे सकते हैं कि अगर बाइक 2 महीनों के अंदर ही खराब होती है तो आप उसे फ्री में ठीक करके देंगे। इससे लोग आप पर बहुत ज़्यदा भरोसा करने लगेंगे। और एक बार आपसे बाइक ले जाने के बाद दोबारा ज़रुरत पड़ने पर भी वे आप ही के पास आएँगे और दुसरे लोगों को भी बताएँगे। बिज़नेस को और बढ़ाने के लिए आप olx जैसी साइट्स पर भी जा सकते हैं। और वहाँ पर जो भी बाइक्स लिस्ट की गई हैं अगर वह प्रॉफिटेबल हैं तो उनसे कांटेक्ट करके आप वे बाइक्स भी खरीद लें। बाद में आप वे बाइक्स बेचकर अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। जब आपका बिज़नेस चलने लगे और आपकी अच्छी-खासी कमाई हो जाए तो आप इसी तरह से पुरानी कार का बिज़नेस भी शुरू कर सकते हैं। बाद में चाहें तो अपनी एक वेबसाइट भी बनवा सकते हैं जहाँ पर पुरे भारत से कस्टमर्स अपने व्हीकल्स को जैसे बाइक्स और कार्स को लिस्ट करके अपनी ऐक्सपेक्टेड प्राइस बता सकते हैं। और इसी के साथ वे अपने व्हीकल की फोटो और बाकी की डिटेल्स भी शेयर कर सकते हैं। और आप वहाँ से वो डिटेल्स लेकर उन्हें हिसाब से बेचकर करोड़ों का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको एक ऐसे zero investment business from home के बारे में बताया है जिसमें आपको एक रुपया भी लगाने की ज़रुरत नहीं है। इस बिज़नेस को करके न केवल आपका फायदा होगा बल्कि उन लोगों का भी फायदा होगा जो नई बाइक नहीं खरीद सकते हैं। हमने इस लेख में कैसे बिज़नेस शुरू करना है और इसे कैसे आगे बढ़ाना है इस बारे में सारी जानकारी दी है। यह बिज़नेस बहुत ही उपयोगी है। यह किसी की भी आर्थिक स्तिथि को बहुत ऊँचे स्तर पर ले जा सकता है। यह बिज़नेस सोचने और करने लायक है यह बिज़नेस इंडस्ट्री को भी काफी हद तक बढ़ावा देने का काम करेगा।तो ये था आज का हमारा बिलकुल अलग तरह का बिज़नेस आईडिया जिसे आप बिना किसी पैसों के ही शुरू करके बहुत अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं। उम्मीद है आपको यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। मिलते हैं अगले लेख में एक शानदार बिज़नेस आईडिया के साथ। तब तक के लिए नमस्कार।
FAQ
Ques 1- पुरानी बाइकों के व्यापार में क्यों है संभावित व्यवसायिक सफलता?Ans- इस बिज़नेस से आर्थिक सहायता तो होती है साथ ही उन लोगों को भी फायदा होता है जो नई बाइक नहीं खरीद सकते।
Ques 2- पुरानी बाइकों के व्यापार की आवश्यकता क्यों होती है?
Ans- पुरानी बाइकों की डिमांड नई बाइकों से कई गुना ज़्यादा है। और यह लगातार बढ़ती ही जा रही है।
Ques 3- पुरानी बाइकों के बिज़नेस को कैसे शुरू किया जा सकता है?
Ans- इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Ques 4- डीलर्स के बीच अपनी आवश्यक जानकारी कैसे संरक्षित रखी जा सकती है?
Ans- इसके लिए आपको सीरियल नंबर और यूनिक कोड के साथ काम शुरू करना है और अपनी डिटेल्स कस्टमर्स को बिलकुल भी नहीं दिखानी है।
Ques 5- यह बिज़नेस क्यों है अनूठा और संभवतः सफल?
Ans- क्योंकि यह बिज़नेस बिना निवेश के बड़ी ही आसानी से शुरू किया जा सकता है इसलिए इस बिज़नेस से आर्थिक सहायता भी बहुत अधिक प्रदान होती है।
Ques 3- पुरानी बाइकों के बिज़नेस को कैसे शुरू किया जा सकता है?
Ans- इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Ques 4- डीलर्स के बीच अपनी आवश्यक जानकारी कैसे संरक्षित रखी जा सकती है?
Ans- इसके लिए आपको सीरियल नंबर और यूनिक कोड के साथ काम शुरू करना है और अपनी डिटेल्स कस्टमर्स को बिलकुल भी नहीं दिखानी है।
Ques 5- यह बिज़नेस क्यों है अनूठा और संभवतः सफल?
Ans- क्योंकि यह बिज़नेस बिना निवेश के बड़ी ही आसानी से शुरू किया जा सकता है इसलिए इस बिज़नेस से आर्थिक सहायता भी बहुत अधिक प्रदान होती है।