पशु आहार की कीमत 50 किलो - सबसे ज़्यादा डिमांडिंग बिज़नेस

जिस वीडियो में आपको मशीन खरीदकर बिज़नेस शुरू करने की बात की जाती है। उस बिज़नेस में आपको बहुत ज़्याद सोचने की ज़रुरत होती है। क्योंकि कोई भी व्यक्ति सिर्फ मशीन खरीद लेने से एक सफल बिज़नेस नहीं कर सकता। बिज़नेस में सक्सेस तब मिलती हैं जब आप जो प्रोडक्ट बना रहे है। उसकी मार्केट में डिमांड हो। और आप उसे आसानी से बेच पाएँ। तभी बिज़नेस सफल होता है। मशीन तो कोई भी पैसे लगाकर खरीद सकता है। इसलिए इस लेख में आज मैं आपको जिस बिसनेस के बारे में बताने वाला हूँ। उसकी मार्केट में बहुत ज़्यादा डिमांड है। और इस लेख में मैं इस बिज़नेस की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी के बारे में ही बात करने वाला हूँ। यकीन मानिए अगर आप मेरी बताई हुई स्ट्रेटेजी से मार्केटिंग करंगे तो आप माल बनाते रहेंगे और इसकी डिमांड को कभी पूरा नहीं कर पाएँगे। क्योंकि इसकी डिमांड बहुत ज़्यादा है। अगर आप इसकी कीमत के बारे में जानना चाहते हैं तो पशु आहार की कीमत 50 किलो के बारे में आप गूगल से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

पशु आहार की कीमत 50 किलो



पशु आहार की कीमत 50 किलो 

आज मैं आप सभी को पशु आहार मेकिंग के बिज़नेस के बारे में बताने वाला हूँ। अगर आप ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ रहते होंगे तो आप अवश्य ही जानते होंगे कि ये पशु आहार प्रोडक्ट कितना ज़्यादा डिमांडिंग है। छोटे बाज़ारों में तो यह आहार मिलता ही नहीं है। बड़े बाज़ारों में भी बड़ी ही मुश्किल से एक या दो जगहों पर ही मिलता है। और कई बार तो ये मिलता ही नहीं है। क्योंकि गाँव में पशुओं की ज़रुरत तो सभी को पड़ती ही है इसलिए सभी के पास पशु होते हैं। और रूरल एरियाज़ में इस आहार का प्रोडक्शन का न होने के कारण सप्लाई चैन ढीली पड़ जाती है। और ये मार्केट्स तक नहीं पहुँच पाटा है। आपको इसी बात का फायदा उठाना है। आपकी लोकैलिटी में आपसे पहले ही कोई ये बिज़नेस न शुरू कर दे। इससे बेहतर यह होगा कि आप ही क्यों न इस इतने ज़्यादा डिमांडिंग बिज़नेस को शुरू कर दें। और जैसा कि मैंने पहले ही कहा कि अगर आप इसकी कीमत के बारे में जानना चाहते हैं तो पशु आहार की कीमत 50 किलो के बारे में आप गूगल से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

ये बिज़नेस इतना ज़्यादा ख़ास क्यों है?

1. क्योंकि ये बहुत ज़्यादा डिमांडिंग प्रोडक्ट है। जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि गाँव में या छोटी-मोटी मार्केट्स में तो ये प्रोडक्ट मिलता ही नहीं है। इसकी डिमांड तो बहुत ज़्यादा है लेकिन सप्लाई उतनी नहीं है इसलिए आप इसे बड़ी आसानी से बेच सकते हैं।

2. इसको बनाने में लगने वाले रॉ मैटेरियल्स जैसे कि चोकर, मक्का, बाजरा, मोटे अनाज, दालचीनी, गेहूँ, सरसों कि खली इत्यादि आपको गाँव कि तरफ काफी सस्ते रेट में मिल जाएँग। जिससे इसे बनाने में आपकी लागत काम से काम हो जाएगी। और जब लागत काम से काम होगी तो आपको इसे बेचने में भी काफी आसानी होगी।

3. इस बिज़नेस में GST का कोई प्रावधान नहीं है। GST और इस तरह के लिनसेन्सेस के तामझाम से आपको बिलकुल फुर्सत रहेगी।

4. पशु आहार और डेरी से समबन्धित प्रोडक्ट्स के लिए केंद्र सरकार आत्मनिर्भर योजना के तहत आपको ब्याजमुक्त लोन भी उपलब्ध कराती है। गूगल पर आपको इसके बारे में डिटेल में जानकारी मिल जाएगी। आप चाहें तो वहाँ से ये सारी जानकारी ले सकते हैं।

मशीन कितने तक की मिलेगी  

इस आहार को बनाने की मशीन 25-30 हज़ार रूपए से भी शुरू हो जाती है। और इससे थोड़ी बड़ी मशीन आपको एक लाख के आसपास में भी मिल जाती है। इन दोनों ही तरह की मशीनों में सिर्फ प्रोडक्शन का ही फर्क होता है। छोटी मशीन से आप काम उत्पादन का पाएँगे। और बड़ी से आप ज़्यादा उत्पादन कर पाएँगे। जब आपका बिज़नेस अच्छा चलने लगे तो आप बहुत बड़ा प्लांट लगा सकते हैं। जैसे बड़े-बड़े पशु आहार ब्रांड्स लगते हैं। तो मैं चाहूँगा कि आप शुरू में छोटी मशीन से ही शुरू करें। और आप ये मशीन ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं। आप जब भी मशीन लेने जाएँ तो आप उसके बारे में अच्छे से समझ लीजिए। उसके डेमो वगैरा देख लीजिए। और इसे बनाने का तरीका इतना सिंपल है कि आपको बड़ी ही आसानी से समझ में आ जाएगा। तो इन सबकी जानकारी आपको ऑनलाइन भी मिल जाएगी और आप मेरे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके भी इसे चेक कर सकते हैं। जैसा की मैंने पहले ही कहा था कि हम इस लेख में मार्केटिंग स्ट्रेटेजी के बारे में बात करने वाले हैं। इसलिए मैं मशीनों की बात ज़्यादा नहीं करूँगा। अन्यथा ये लेख बहुत लम्बा हो जाएगा। आपसे इतना ज़रूर कहूँगा कि आप इस आहार को पैक करने के लिए जो बैग बनवाएँगे वो 500 या 1000 पीस के हिसाब से छपते हैं। तो आप इसे थोड़ा बेहतर छपाई वाला ही चुनिएगा भले ही आपका 2-5 रूपए इसमें ज़्यादा लग जाए। क्योंकि अच्छी पैकिंग बहुत ज़्यादा ज़रूरी होती है।

कैसे बेचना है ये प्रोडक्ट?

सबसे पहले मैं आपको ये बता देना चाहता हूँ कि जब आप इस प्रोडक्ट को बनाना शुरू करते हैं तो आप अपने प्लांट के पास ही एक रिटेल शॉप भी खोल सकते हैं। जैसे-जैसे लोग इसके लिए अवेयर होंगे वैसे-वैसे लोग ये आहार आपकी शॉप से भी खरीद पाएँगे। आप उन्हें ये प्रोडक्ट खुल्ला भी उपलब्ध करा सकते हैं। और अगर आप चाहें तो पैकिंग में भी दे सकते हैं। और अब बात आती है कि हम अपने माल को मार्केट्स तक लेकर कैसे जाएँ और इसे बेचें कैसे। तो मैं आपको बता दूँ कि जब आपका माल बनकर तैयार हो जाए तो आपको एक कंटेनर टाइप की गाडी हायर करनी है। जो आपकी 50 या उसके आसपास बोरी लादकर मार्केट में ले जा सके। आपको उनके साथ जाना है और किराना की शॉप, डेरी की शॉप और भी ऐसी कई दुकानें जहाँ पर इस तरह का आहार बिकता है उन लोगों से बात करनी है और अपने प्लांट के बारे में उन्हें बताना है। और अपना एक बोरी माल वहाँ पर रख देना है। हो सकता है कि शुरू-शुरू में वो आपका माल लेने को तैयार न हों तो आपको अपना माल उनसे बिना पैसे लिए ऐसे ही रख देना है। और उनको कहना है कि अगले एक हफ्ते या 10 दिन बाद हमारी गाडी दोबारा आएगी तब तक आप ये माल बेच दीजिएगा। और तभी पैसे भी दे दिजिएगा। इस तरह से आपको 50 से 60 दुकानों में अपना माल रख देना है। फिर जब आप अगली बार यानी एक हफ्ते या 10 दिन बाद दोबारा आएँगे तो ज़्यादातर चांसेस है कि आपकी 50-60 बोरियों में से 30 से 40 या उससे अधिक बोरियाँ बिक चुकी होंगी। इससे अब उनके पास आपके माल की डिमांड भी होगी। और माल आप पहले ही गाडी में रखकर ले आइएगा। उनकी डिमांड के हिसाब से ये माल आप उन्हें दे दीजिएगा। और पहले की बोरियों के पैसे भी ले लीजियेगा। और उनसे ये भी कहिएगा कि जिन भी लोगों को आपने ये प्रोडक्ट बेचा है उनसे ये ज़रूर पूछियेगा कि आपको ये प्रोडक्ट कैसा लगा है। कस्टमर्स के रिस्पॉन्स के हिसाब से आप अपने प्रोडक्ट में सुधार भी कर सकते हैं। क्योंकि आपको रॉ मटेरियल बहुत सस्ते में मिल रहा है इसलिए आप अपने प्रोडक्ट की क़्वालिटी बहुत अच्छी रखने की कोशिश करें। जो बड़ी-बड़ी कम्पनीज़ इन दुकानों में अपना माल सप्लाई करती हैं उनकी गाड़ियाँ काफी दूर से आती हैं। और ट्रांसपोर्टेशन के भी काफी पैसे लग जाते हैं। और इन कम्पनीज़ को रॉ मटेरियल भी महँगा पड़ता है। इसी का फायदा उठाकर आप अपना माल उनके मुकाबले काफी सस्ता बेच सकते हैं। धीरे-धीरे आपकी डिमांड बहुत ज़्यादा बढ़ने लगेगी। क्योंकि आपका प्रोडक्ट अच्छा भी होगा। और दूसरी कम्पनीज़ के मुकाबले सस्ता भी होगा। लोग आपके ब्रांड को प्रेफर करने लगेंगे।

कैसे बढ़ाना है ये बिज़नेस?

हो सकता है कि कुछ दुकानों पर आपका माल बिके ही न तो आप उनसे अपना माल वापस भी ले सकते हैं और उनसे विनती भी कर सकते हैं कि वे आपका माल कुछ दिन और बेचने की कोशिश करें। हाँ दोस्तों अगर आप 50 दुकानों को टारगेट करते हैं तो ऐसा भी हो सकता है कि एक दो या चार दुकानों पर आपका माल बिके ही न और आपके कस्टमर्स भी न बनें। लेकिन आप धीरे-धीरे कुछ और दुकानों को भी टारगेट कर सकते हैं। और इसी तरह से अपने बिज़नेस को बढ़ा भी सकते हैं।

लागत

जैसा की मैंने कहा कि आपको अपना माल पहले फ्री में ये बोलकर दे देना है कि की आप बेचने के बाद पैसे दे दीजिएगा। तो इस तरह से आपकी इन्वेस्टमेंट भी ज़्यादा नहीं लगने वाली है। मान लीजिए अगर आप 25 किलो की बोरियाँ बनाते हैं। और आप 100 बोरियाँ भी फ्री में दे देते हैं। तो आपकी लागत इसमें बहुत ज़्यादा नहीं होगी। आप इसे आसानी से मैनेज कर पाएँगे। इसमें आपका कोई पैसा डूबने वाला भी नहीं है अगर किसी शॉप पर आपका माल नहीं भी बिकता है। तो आप उसे उनसे वापस ले सकते हैं। और उनसे वो माल लेकर आप उन दुकानों पर दे दीजिएगा जिन दुकानों आपका माल बिक रहा है।

इसमें जिन भी चीज़ों को लेकर आप ज़्यादा सोच रहे हों जैसे कि इसे कैसे बनाना है और रॉ मैटेरियल्स को कितने अनुपात में मिलाना है? अगर आप ये बातें नहीं समझ पा रहे हैं तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। मैं आपको इस पर एक अलग लेख बनाकर दे दूँगा। आपको हमारा ये लेख कैसा लगा आप हमें कमेंट करके ज़रूर बताइएगा। मिलते हैं फिर किसी दुसरे लेख में तब तक के लिए नमश्कार।

निष्कर्ष

जानवरों के चारा उत्पादन व्यापार में कदम रखना एक अच्छा कदम हो सकता है। क्योंकि इनकी डिमांड भी बहुत अधिक होती है। बाज़ारों में इसकी माँग पूरी नहीं हो पाती। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में। ग्रामीण क्षेत्रों में इन सामानों के लागत की कमी, GST की प्रभावों की अभावता और यहाँ तक कि आपको ये बिज़नेस करने के लिए सरकार की तरफ से जो ऋण मिलता है उस पर आपको कोई ब्याज भी नहीं देना होता है। आप इस बिज़नेस को छोटी मशीन से ही शुरू कर सकते हैं। और तरह-तरह की दुकानों के मालिकों से अच्छे सम्बन्ध बना सकते हैं। कुल मिलाकर जो भी लोग इस बिज़नेस को करने के बारे में सोच रहे हैं वे बिलकुल सही रास्ते की ओर बढ़ रहे हैं। पशु आहार की कीमत 50 किलो के बारे में आपको नीचे FAQ में भी जानकारी मिल जाएगी।

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FAQ

Ques 1- पशु आहार का क्या रेट है?

Ans- Kapila Pashu Aahar. ₹ 13 / Kg, Kapila Pashu Aahar Cattle Feed. ₹ 1,060 / Pack, Kapila Pashu Aahar Super Pallet. ₹ 1,150 / Bag, Annkoot Kapila Pashu Aahar. ₹ 910 / Kg, Kapila Pashu Aahar. ₹ 600 / Bag है।

Ques 2- सबसे अच्छा पशु आहार कौन सा होता है?

Ans- पशु को अच्छे पोषण के लिए राइस ब्रैन, चोकर और चना दिया जाना बहुत ज़रूरी है। इसके साथ ही आप उसे हरे चारे का सेवन भी कराएँ। क्योंकि यह चारा सूखे चारे से काफी अच्छा होता है। अच्छी नस्ल की मुर्रा भैंस या होल्सटीन फ्रीजियन गाय का वज़न 450 से 500 किलोग्राम तक होता है।

Ques 3- पशु आहार का बिज़नेस कैसे शुरू करें?

Ans- इसके लिए आपको पशु आहार बनाने वाले फार्म का नाम चुनकर शॉपिंग एक्ट में रजिस्टर करवाना है।

Ques 4- संतुलित पशु आहार कैसे बनाएँ?

Ans- आहार में सूखा, हरा चारा और दाना ये तीनों ही मिले हुए होने चाहिएँ ताकि उसके शरीर को आवश्यकता के अनुसार पोषक तत्व मिल सकें। प्रिटिंग 10 लीटर दूध दने वाली गाय को प्रति तीन किलो दूध के लिए एक किलो दाना अवश्य मिलना चाहिए।

Ques 5- सबसे सस्ता पशु चारा कौन सा है?

Ans- मक्का।

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